काशी में कैलाशी
Kaashi Mein Kailashi
Kaashi Mein Kailashi -HD Video Download
कैलाश का वासी बम भोले,
मिलता है जो काशी बम भोले,
डमरू पर नाचे झूम झूम,
कर दूर उदासी बम भोले,
मन का भोला मेरे भोले नाथ,
लगता सुंदर गौरा के साथ,
दुनिया के पालकहारी,
मेरा भोला नाथ भोला भंडारी,
करता है नंदी की सवारी,
जटा से निकले गंगा प्यारी,
भोला नाथ भोला भंडारी….
भोला नाथ भोला भंडारी,
जटा से निकले गंगा प्यारी…
पूजाती है जिनको दुनिया ये सारी,
नाम पुकारे कहे त्रिपुरारी,
माथे पे चंदा है भस्म लगाये,
नागो के माला गले में ये प्यारी,
करते हैं सबके मन में वास,
जितने अघोरी इनके दास,
मेरे नीलकंठ विषधारी,
मेरा भोला नाथ भोला भंडारी,
करता है नंदी की सवारी,
जटा से निकले गंगा प्यारी,
भोला नाथ भोला भंडारी……
हर हर महादेव…….
देवो के देवा अजब तेरी माया,
जटाधारी तू गंगा धारी कहलाया,
या भष्मासुर को भस्म तूने भोले,
उठा तू भयानक जब उसने मचाया,
मेरे दिल में जगी तेरी प्यास प्यास,
है रघुवर हर सांस सांस,
हनुमान सुमिर पुजारी,
मेरा भोला नाथ भोला भंडारी,
करता है नंदिकी की सवारी,
जटा से निकले गंगा प्यारी,
भोला नाथ भोला भंडारी…….
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय……