खाटू श्याम भजन | संकट से सब जूझ रहे है मोरछड़ी लहराओ अब भजन लिरिक्स – Bhakti Gaane
दर्शन को तरसे ये नैना,
एक छवि दिखलाओ अब,
संकट से सब जूझ रहे है,
मोरछड़ी लहराओ अब,
मोरछड़ी लहराओ बाबा,
मोरछड़ी लहराओ अब।।
तेरे खाटू की ये गलियां,
सुनी नहीं सुहाती है,
हाथ लगा चौखट को लौटे,
आँखे भर भर आती है,
बिना मिले जो लौट चले है,
उनसे मिलने आओ अब,
उनसे मिलने आओ बाबा,
उनसे मिलने आओ अब,
मोरछड़ी लहराओ बाबा,
मोरछड़ी लहराओ अब।।
ये इतिहास गवाह खाटू का,
पहले ऐसा हुआ नहीं,
लखदातारी श्याम प्रभु ने,
दर्शन किसी को दिया नहीं,
कैसी ये उलझी है गुत्थी,
श्याम इसे सुलझाओ अब,
मोरछड़ी लहराओ बाबा,
मोरछड़ी लहराओ अब।।
बेचैनी है मन में ‘सौरभ’,
बिन दर्शन जो लौट गए,
कैसे भाव है उन भक्तों के,
बाबा तुम तो समझ ही गए,
मिलूंगा सारे भक्तो से मैं,
ऐसा हुकुम सुनाओ अब,
ऐसा हुकुम सुनाओ बाबा,
ऐसा हुकुम सुनाओ अब,
मोरछड़ी लहराओ बाबा,
मोरछड़ी लहराओ अब।।
दर्शन को तरसे ये नैना,
एक छवि दिखलाओ अब,
संकट से सब जूझ रहे है,
मोरछड़ी लहराओ अब,
मोरछड़ी लहराओ बाबा,
मोरछड़ी लहराओ अब।।
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